भारत में बढ़ रहे डिजिटल स्कैम से बचने के लिए Google ने भी तैयारी करना शुरू कर दी है, ताकि अपने यूजर्स को इन ऑनलाइन स्कैम से बचाया जा सके। इसी के चलते मंगलवार को दिल्ली में आयोजित “Safer with Google India Summit” में अपना “Safety Charter” लॉन्च किया है, जिसके बारे में आगे विस्तार से जानते हैं।
ये पढ़ें: Pan Card में मोबाइल नंबर कैसे बदलें?, घर बैठे हो जाएगा काम
Google ने पेश किया Safety Charter
Google ne मंगलवार को दिल्ली में आयोजित “Safer with Google India Summit” में Safety Charter पेश किया है, जिसके तहत गूगल की एक व्यापक रणनीति है, जिसमें ऑनलाइन स्कैम से निपटना, साइबर सुरक्षा को मजबूत करना, और जिम्मेदार AI विकास को बढ़ावा देना है। गूगल की ये पहल भारत में अपने इकोसिस्टम को और अधिक सुरक्षित करने के लिए की गई है।
Safety Charter के तीन प्रमुख स्तंभ हैं, जिनमें पहला उपयोगकर्ताओं को ऑनलाइन धोखाधड़ी से बचाना है, दूसरा उद्यम और सरकारी साइबर सुरक्षा को मजबूत करना है, और तीसरा प्लेटफॉर्म डिजाइन और परिनियोजन में जिम्मेदार AI को शामिल करना है। इसी के साथ Google ने अपने डिजीकवच के माध्यम से 177 मिलियन से ज्यादा भारतीयों को सुरक्षा प्रदान की है, इसके लिए कंपनी ने AI संचालित सिस्टम का उपयोग किया है।
Google Play Protect के माध्यम से कंपनी ने लगभग 6 करोड़ फ्रॉड ऐप्स को ब्लॉक किया है, इसके अतिरिक्त Google Pay की सहायता से लगभग 4.1 करोड़ स्कैम ट्रांजेक्शन अलर्ट को जारी किया गया है। चलानी ने साल 2024 में ही लगभग 13,000 करोड़ रुपयों की धोखाधड़ी रोकने में सहायता की है। यहां तक कि Gmail पर भी एडवांस्ड AI सिस्टम का उपयोग करके हद महीने करोड़ों स्पैम ईमेल को ब्लॉक किया जाता है।
गूगल इंडिया की कंट्री मैनेजर का बयान
गूगल इंडिया की कंट्री मैनेजर प्रीति लोबाना ने भी इससे संबंधित अपनी बात रखते हुए कहा है, कि “भारत को विकसित भारत बनाने के लिए, हमें इंटरनेट और अपने डिजिटल बुनियादी ढांचे में विश्वास बनाना और उसे बनाए रखना होगा… हमारे एआई सिस्टम लगातार नए खतरों और घोटालों का पता लगाने के लिए विकसित होते रहते हैं – यहां तक कि पहले कभी नहीं देखे गए दुर्भावनापूर्ण पैटर्न को भी पहचानते हैं।”
वहीं गूगल सिक्योरिटी में इंजीनियरिंग की उपाध्यक्ष हीदर एडकिंस ने भी इसके विषय में अपनी राय रखी है, “एआई बचाव पक्ष की दुविधा को दूर कर रहा है… हमने हमलावरों द्वारा उनका फायदा उठाने से पहले कमजोरियों का पता लगाने के लिए एआई का उपयोग किया है। यह खेल बदलने वाला है।”
सुरक्षा में नवाचार को बढ़ावा देकर, सुरक्षा चार्टर एआई-आधारित विकास के लिए एक रूपरेखा तैयार करता है, जहां संरक्षण, विश्वास और पैमाना एक साथ चलते हैं।”
ये पढ़ें: लॉन्च से पहले ही Vivo के इस फोन ने मचा दी धूम, इतनी कम कीमत में देगा धांसू फीचर्स
अधिक जानकारी के लिए आप Smartprix को Twitter, Facebook, Instagram, और Google News पर फॉलो कर सकते हैं। मोबाइल फोन, टेक, गाइड या अन्य खबरों के लिए आप Smartprix पर भी विज़िट कर सकते हैं।