क्या आप जानते हैं कि इंटरनेट पर एक गलत क्लिक आपकी सारी मेहनत की कमाई को पल भर में छीन सकता है? भारत और अन्य देशों में भी लोग हज़ारों लाखों की गिनती में ऑनलाइन स्कैम्स के शिकार हो रहे हैं। कभी WhatsApp मैसेज, कभी deepfake और कभी फ्रॉड कॉल्स की बढ़ती घटनाओं के बीच, Google ने हाल ही में उपयोगकर्ताओं को सुरक्षित रखने के लिए कुछ महत्वपूर्ण तरीके या सुझाव बताये हैं। अगर आप थोड़ी सावधानी बरतें और इन सुझावों पर ध्यान दें, तो काफी हद तक आप ऑनलाइन स्कैम से बच सकते हैं।
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ऑनलाइन फ्रॉड से कैसे बचें
1. डीपफेक तकनीक से सावधान रहें
Deepfake आपने नाम तो ज़रूर सुना होगा, इसको लेकर कई प्रचलित अभिनेत्रियों ने शिकायत भी दर्ज की हैं। डीपफेक बढ़ती आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (AI) के साथ लोगों को धोखा देने या उन्हें बदनाम करने का एक तरीका है। Deefake तकनीक का उपयोग करके स्कैमर्स नकली वीडियो और ऑडियो बनाते हैं और ऑनलाइन स्कैम करते हैं। ये नकली वीडियो बिल्कुल वास्तविक व्यक्तियों की तरह दिखती और ऑडियो सुनने में बिल्कुल सच्ची लगती हैं, जिससे लोग भ्रमित हो सकते हैं। उपयोगकर्ताओं को चाहिए कि वे ऐसे वीडियो या ऑडियो में असामान्य हावभाव, आवाज़ में थोड़ा भी उतार-चढ़ाव या कुछ अलग दिखने पर सचेत हो जाएं। कई बार ये ऑडियो आपके किसी दोस्त की आवाज़ में हो सकती है या वीडियो में आपको कोई अपना नज़र आ सकता है। ऐसे में आप उन्हें अलग से कॉल करके, पूरी जांच परख करें।
2. क्रिप्टोकरेंसी निवेश योजनाओं से सतर्क रहें
स्कैमर्स अक्सर क्रिप्टोकरेंसी में निवेश करने पर आपको जल्दी और हाई रिटर्न का आकर्षक ऑफर देकर ऑनलाइन स्कैम में फाँसने की कोशिश करते हैं। ऐसी योजनाएँ, जो कम समय में आपके पैसे को दोगुना या कई प्रतिशत तक बढ़ाने का दावा करती हैं। अक्सर इस तरह के आकर्षक या लालच पैदा करने वाले ऑफरों को देखकर ही, उपयोगकर्ताओं को चाहिए कि वे ऐसे किसी भी ऑफ़र से बचें। क्योंकि कोई भी उपयुक्त या सही योजना आपको निवेश करने पर इतने कम समय में इतने हाई रिटर्न नहीं देती। इसीलिए इस तरह के ऑफरों के झांसे में न आएं और यदि निवेश करना भी है, तो पहले विश्वसनीय स्रोतों से परामर्श लें।

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3. क्लोन ऐप्स और वेबसाइट्स से बचें
ऑनलाइन स्कैम करने स्कैमर्स प्रचलित ऐप्स और वेबसाइट्स की नकली कॉपी बना लेते हैं, जिससे यूज़र्स की व्यक्तिगत जानकारी चुराई जा सके। ऐसी नकली साइट्स या ऐप्स देखने में बिल्कुल असली लग सकती हैं, लेकिन इनमें मामूली कमियाँ ज़रूर होती हैं, जैसे कि URL की स्पेलिंग में अंतर या कोई गलती, असामान्य फॉन्ट्स या लोगो में अंतर। उपयोगकर्ताओं को हमेशा आधिकारिक वेबसाइट या Google Play Store व Apple स्टोर से ही ऐप डाउनलोड करनी चाहिए, अन्य किसी भी लिंक से नहीं।
4. फेक लैंडिंग पेज से सावधान रहें
लोगों के सतर्क होने के साथ साथ, फ्रॉड करने वाले भी अपनी चालाकी बढ़ा रहे हैं। कुछ स्कैमर्स आपके धन को लूटने के लिए नकली लैंडिंग पेज भी बनाते हैं, जो वास्तविक वेबसाइट्स की तरह ही दिखते हैं। यूज़र्स को चाहिए कि वे किसी भी ऐसे लिंक पर क्लिक करने से बचें, जो विश्वसनीय सोर्स से नहीं आया। विश्वसनीय सोर्स से आने पर भी आप पहले URL की जांच करें और सुनिश्चित करें कि वे सुरक्षित (https://) है। इसके अलावा, अनचाहे ईमेल या मैसेज में दिए गए लिंक पर कभी भी क्लिक न करें।
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5. व्यक्तिगत जानकारी साझा करने में सतर्कता बरतें
फ्रॉड करने वाले अक्सर फोन कॉल, ईमेल या मैसेज के माध्यम से यूज़र्स उपयोगकर्ताओं से उनकी व्यक्तिगत जानकारी मांगते हैं। उपयोगकर्ताओं को चाहिए कि वे अनचाहे अनुरोधों पर अपनी व्यक्तिगत या वित्तीय जानकारी साझा न करें। यदि किसी संगठन से संपर्क किया जाता है, तो उसकी प्रामाणिकता की पुष्टि करने के लिए सीधे उसकी आधिकारिक वेबसाइट या ग्राहक सेवा से संपर्क करें।
ऑनलाइन स्कैम से बचने के लिए जागरूक और सतर्क रहना ज़रूरी है। यूज़र्स को ऊपर बतायी गयी सभी बातों का अच्छे से ध्यान रखना चाहिए और किसी भी संदिग्ध गतिविधि की रिपोर्ट तुरंत साइबर क्राइम सेल में करनी चाहिए।
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